अरविन्द केजरीवाल पर तल्ख़ टिपण्णी के बाद से संभावित खतरों के मद्देनजर बढाई गयी कुमार विश्वास की सिक्योरिटी को लेकर चर्चाओ का दौर शुरू हो चूका है. एक तरफ जहाँ चरण जीत सिंह चन्नी ने होम मिनिस्टर अमित शाह को चिट्ठी लिखी है. वही आम आदमी की टीम भी अपने नेता के बचाव में उतर चुकी है.
हुआ यूं कि अरविन्द केजरीवाल की पुरानी टीम के सदस्य के रूप में ख्याति प्राप्त कवि कुमार विश्वास ने उन पर खालिस्तान के समर्थन से पंजाब में चुनाव लड़ने की बात कह दी. यह बात आग कि तरह फ़ैल गयी और कांग्रेस सहित तमाम दूसरी पार्टी के नेताओ ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल को हां या ना में जवाब देने की चुनोती दे डाली.
वही केजरिवाल ने अपने चिर परिचित अंदाज में भगत सिंह की आड़ लेकर अपने आप को स्वीट आतंकवादी कह कर पल्ला झाड़ने का विफल प्रयास किया. अब उनसे न निगलते बन रहा है न उगलते. कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने उनके निवास और दफ्तर के आगे प्रदर्शन भी किया.
वही कुमार विश्वास की सिक्योरिटी बढा दी गई है. अब उनके साथ हर वक़्त CRPF की बटालियन के सदस्य उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे. आमतौर पर जिन व्यक्तियों की सुरक्षा जरुरी समझी जाती है उनकी समीक्षा के बाद गृह मंत्रालय उन्हें ऐसी सुरक्षा का कवर देते हैं.
इस टीम के चार गार्ड हर दम उनके साथ रहेंगे और उनके पास अपने हथियार भी रहते है. गौर तलब है कि SFJ नामक आतंकी संगठन से सांठ गाँठ के आरोप केजरीवाल पर लगते रहे हैं. और कांग्रेस की पूरी टीम उनके एक बार एक कोठी में रुकने को लेकर सवाल उठा चुकी है.
योगेन्द्र यादव और अलका लाम्बा के बयान भी खूब वायरल हो रहे हैं. वही आम आदमी पार्टी इस समय अपनी तैयारियो को लेकर असहज महसूस कर रही है. उनके नेता कुमार विश्वास पर राज्य सभा में नहीं भेजे जाने के फलस्वरूप ऐसी बाते कहने का आरोप लगा रहे हैं.
केजरिवाल अपने छुटभैया नेता राघव चड्डा को आगे कर रहे हैं. मगर यह प्रयास रंग नहीं लाता नजर नहीं आ रहा है.