आज एक मामले में चुरू भानीपुरा में दर्ज प्राथमिकी में बिरबलदास पुत्र रामदास जाति स्वामी निवासी भोजासर छोटा, ने बताया कि उसकी पुत्री को उसके ससुराल वालों ने दहेज़ में गहने और रकम कम देने पर जहर देकर मार डाला.
जिसकी 23 वर्षीय पुत्री की शादी 3 वर्ष पहले किशनदास पुत्र महावीरदास जाति स्वामी नि. रातुसर के साथ हुई थी दिनांक 01-10-2020 को सांय 5 बजे से रिश्तेदार प्रताप दास स्वामी नि. रातुसर ने बिरबलदास को फोन पर बताया कि तुम्हारी बेटी सरोज ने खेत मे दिन के वक्त कीटनाशक दवा पीकर जान दे दी है.
और उसका देह फिलहाल खेत में पड़ा है तब बीरबलदास ने इस बाबत अपने परिवारजानो को सूचित किया जिसमे उसके चाचा बालदास स्वामी, चीमदास स्वामी, भाई दूलदास स्वामी व केशरदास जाति स्वामी निवासी भोजासर छोटा प्रमुख हैं.
बीरबलदास ने बताया कि शादी के बाद से उसका दामाद किशनदास, पुत्री की सास और ससुर महावीर दास स्वामी रातुसर निवासी हैं जो कि दहेज मे दहेज़ व नगदी रकम कम लाने की बात को लेकर उसकी बेटी के साथ अक्सर मारपीट करते थे.
महज एक साल के दौरान ही दो दफा परिवार और समाज के वयोवृद्ध लोगो द्वारा समझाईश से मैने मेरी बेटी सरोज को उसके ससुराल भेजा था. अभी 20 दिन पहले सरोज को उसका ससुर मेरे घर से लेकर गया था व उसके जाने के बाद वह हमे अपने साथ रोज होने वाली मारपीट के बारे मे फोन पर बताती थी. तथा यह भी कहती की मुझे वापस पिहर ले जाआ.
अन्यथा वरना मेरा पति व सास मुझे जहर देकर मार देगे. घटना से 10 दिन पूर्व बीरबलदास ने अपने बेटे लाल दास को रातुसर भेजा था ताकि वो उनकी पुत्री को अपने घर ला सके. मगर महावीरदास और अन्य लोगो ने सरोज का उसके साथ नही भेजा.
तथा सरोज के साथ मारपीट करने की बात की गलती स्वीकार कर ली व भरोसा दिया कि आइन्दा ऐसा कृत्य कभी दोबारा नहीं होगा. बीरबलदास का बेटा लाल दास वह से खाली हाथ लौटा. उस वक़्त भी समाज के मुखिया और सम्मानित लोगो की समझाइश बुझाइश पर खुद का घर बसाने के विश्वास के चलते सरोज ने अपने साथ होने वाली मारपीट को लेकर लोक लिहाज के चलते थाना मे कभी रिपोर्ट नही दी.
बीरबलदास का आरोप है कि ससुराल वालो ने दहेज मे कम सामान, आभूषण व नगदी नही देने को लेकर उसकी बेटी सरोज उम्र (करीबन 23 साल) को जहर देकर मार डाला है. वही सरोज की एक वर्ष की बच्ची है. उक्त मामले में पुलिस अभी